X सेक्स की कहानी में पहले तो मेरी बीवी गैर मर्द से चुदने को तैयार नहीं थी. एक बार चुदी तो उसे मजा आया और वह बार बार उससे चुदने को आतुर हो गयी.
कहानी के सातवें भाग
ककोल्ड पति की बीवी चुद ही गयी
में आपने पढ़ा कि मैंने बड़ा मजा लेकर अपनी पत्नी की चूत की चुदाई एक गैर मर्द से देखी।
चुदाई के बाद वे दोनों निढाल होकर सो गए.
तो मैं भी सो गया.
अब आगे X सेक्स की कहानी:
काफी देर बाद मेरी नींद थोड़ी हलचल और कुछ आवाजों से टूट गई।
घड़ी में देखा तो रात को 2:00 बजे थे।
मैंने पता लगाने की कोशिश की कि आखिर यह आवाज आ कहां से रही है।
जब मैंने ध्यान से सुनने की कोशिश की तब मुझे पता चला कि यह आवाज तो उसी कमरे से आ रही है जहां मेरी पत्नी और राज सो रहे हैं।
तुम मुझे शक हुआ कि कहीं राज मेरी पत्नी को फिर से तो नहीं चोद रहा है।
पर ऐसा कैसे हो सकता है?
मेरी पत्नी तो सिर्फ एक बार ही गैर मर्द से चुदवाने के लिए मानी थी।
उसने खुद कहा था कि मैं सिर्फ आपके खातिर पहली और आखरी बार पराये मर्द से चुदवाऊंगी। उसके बाद किसी भी पराये मर्द को अपने शरीर को हाथ तक नहीं लगाने दूंगी।
मैं थोड़ा असमंजस में था।
फिर मैंने सोचा कि कहीं राज ही तो मेरी पत्नी के साथ जबरदस्ती नहीं कर रहा है?
लेकिन राज भी ऐसा आदमी नहीं है कि वह किसी महिला को उसके मर्जी के खिलाफ उसे चोदे।
तो क्या मेरी पत्नी अपनी मर्जी से राज से चुदवा रही होगी या फिर राज में उसे चुदने के लिए उत्तेजित किया होगा।
यह सोच सोच के मैं पागल हुए जा रहा था।
लेकिन कुछ भी हो … आखिर उसे कमरे में सिर्फ मेरी पत्नी और राज ही है।
जो भी कुछ हो रहा होगा, वह उन दोनों के बीच ही हो रहा होगा।
यह सब सोच कर मेरा लौड़े में फिर से तनाव आ गया।
मैं यह सब सोच ही रहा था कि कमरे से आने वाली आवाज़ और तेज हो गई।
उसके बाद मैं उठा और कमरे की ओर धीरे-धीरे बढ़ने लगा।
मैं देखना चाहता था कि अंदर आखिर हो क्या रहा है।
जैसे-जैसे मैं आगे की ओर बढ़ रहा था, कमरे के अंदर से आने वाली आवाज और तेज हो रही थी और अब तो आवाज के साथ-साथ पलंग के हचक मचक की भी आवाज आने लगी।
फिर जब मैंने ध्यान से सुना तो मुझे पता चला कि यह तो रश्मि की आह आह की कामुक आवाज है।
अब इसमें कोई शक नहीं रह गया था कि अंदर चुदाई चल रही है.
और इसे कंफर्म करने के लिए मैं कमरे के दरवाजे के पास गया और झांक कर अंदर देखने की कोशिश की.
तो अंदर का नजारा देखकर मेरी आंखें तो फटी की फटी रह गई।
मैं क्या देखता हूं कि मेरी पत्नी रेड नाइटी में डॉगी स्टाइल में पलंग के ऊपर बैठी हुई है और पीछे से राज अपने लंड को उसकी की चूत में डाल कर चोद रहा था।
मेरी पत्नी भी बड़े ही प्यार से डॉगी स्टाइल में मजे ले लेकर चुदवा रही थी।
राज भी बड़े प्यार से उसको चोद रहा था।
इस दौरान अपनी पत्नी के चेहरे पर आनन्द की अनुभूति होते मैं साफ देख रहा था।
मेरी पत्नी मुस्कुराती हुई बड़े ही प्यार से डॉगी स्टाइल में चुदवा रही थी और बहुत ही कामुक आवाजें निकाल रही थी।
चुदाई के दौरान जब रश्मि अपनी गांड को आगे पीछे करती तो उसके गोरे गोरे मम्मे रेड शॉर्ट नाइटी में बड़े ही लाजवाब तरीके से आगे पीछे हो रहे थे।
इस तरह उसके सफेद गोरी दूधिया मम्मे को आगे पीछे उछलते देख, मैं अपने लंड को रगड़ने लगा।
पर मुझे इस बात का आश्चर्य हो रहा था कि आखिरकार राज ने मेरी पत्नी को दुबारा चुदने के लिए तैयार कैसे कर किया।
और मेरी पत्नी भी चुदने के लिए कैसे मान गई।
अब यह तो मुझे कल सुबह राज से ही पूछने पर पता चल सकेगा।
पर यह तो तय था, अब मेरी पत्नी बड़े ही बेफिक्र हो कर राज से चुदवा रही थी।
इस दौरान राज ने जब स्पीड बढ़ाई तब पलंग कुछ ज्यादा हचक मचक करने लगा।
तब मेरी पत्नी ने कहा- थोड़ा धीरे करो … नहीं तो अनीश को पता चल जाएगा।
इस पर राज ने कहा- कोई बात नहीं डार्लिंग, पता चल जाने दो. उस भी तो पता चले कि उसकी पत्नी पराये लंड से कितनी मस्त चुदती है।
तो इस पर रश्मि मुस्कुराई और राज के साथ बड़े ही मस्त तरीके से चुदने लगी।
चोदते चोदते राज ने रश्मि को अपनी गोद में बिठाया, उसकी नाइटी को ऊपर उठाकर उसके अंदर अपना हाथ डालकर उसके मम्मे दबाने लगा और नीचे से उसकी चूत में लंड पेलने लगा।
रश्मि ने नाइटी के ऊपर से ही राज के हाथ को पकड़ा और बड़े ही कामुक अंदाज में अपने मम्मे दबवाने लगी और साथ ही में नीचे से अपनी चूत भी पिलवाने लगी।
मेरी पत्नी की बूब्स दबाई और चूत पिलाई दोनों एक साथ हो रही थी।
रश्मि का यह कामुक अंदाज देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अपने पजामे के अंदर हाथ डालकर मुठ मरने लगा।
राज और रश्मि दोनों के मुंह से ‘आह आह’ की आवाज निकल रही थी।
तभी रश्मि की नजर मुझ पर पड़ी और वह एकदम से हड़बड़ा गई.
वह तुरंत राज के गोद से उठी और अपनी नाईटी ठीक करने लगी।
राज भी मुझे अचानक देखकर सकपका गया।
मैंने रश्मि को राज से दोबारा चुदती देख लिया इसलिए रश्मि शर्म के मारे पानी पानी हो गई और मेरे पास आकर घबराती हुई सफाई देने लगी।
लेकिन तभी मैंने उसे कहा- अरे मेरी रानी, अगर तुम्हें राज से दोबारा चुदने का मन है तो चुद लो। मुझे कोई ऐतराज नहीं. पर जब भी चुदो, मुझे दिखा कर चुदो ताकि तुम्हारी कामुक चुदाई का मजा मैं भी ले सकूं।
तब मेरी पत्नी शर्माती हुई बोली- वो तो बस ऐसे ही, बस आखिरी बार!
मैं- आखरी बार बोल के तुम राज से कितनी बार चुदवा लोगी यह तुम्हें भी पता नहीं चलेगा।
रश्मि मुंह लटकते हुए सॉरी बोली।
इस पर मैंने मुस्कुराते हुए कहा- अरे डार्लिंग, मैं तो मजाक कर रहा था. तुम बस दिल खोल कर चुदो. इतना चुदो कि आज की रात यादगार हो जाए। इसीलिए तो मैंने राज को यहां बुलाया है।
रश्मि ने मुझे मुस्कुराते हुए गले लगाया और मेरे गाल पर किस किया।
तभी राज ने आगे बढ़कर रश्मि का हाथ पकड़ा और बोला- अरे जानेमन, अब जरा इधर आओ और मेरे लंड पर बैठो। अभी तक मेरी प्यास बुझी नहीं है। जरा मुझ पर भी तो ध्यान दो।
रशमी सेक्सी स्माइल देती हुई- आज शाम से तो सिर्फ तुम्हें पर ध्यान है मेरे राजा!
और ऐसे बोलते हुए मेरी पत्नी तुरंत राज के लंड पर इस बार सामने से बैठ गई और उसके लंड को अपनी चूत के अंदर ले लिया।
उसके बाद रश्मि छल-उछलकर राज से चूदवाने भी लगी और राज को लिप किस भी किए जा रही थी।
अपनी संस्कारी पत्नी और राज को इस तरह चुदाई करते देख मैं वहीं मुट्ठ मारने लगा।
करीब 5 मिनट तक मेरी पत्नी इस तरह चुदवाती रही और राज के साथ आहें भरती रही।
फिर दोनों ही एक साथ झड़ गए।
मेरी पत्नी की चूत एक बार फिर राज के वीर्य से भर गई।
इस पर राज नीचे और मेरी पत्नी उसके ऊपर लेट गई।
इस दौरान मेरे लंड से भी पानी निकल गया और मैं वहीं बगल में बेड पर सो गया।
इस उम्मीद में कि अगर मेरी पत्नी फिर से चुदवाती है तो मैं देख पाऊंगा।
इधर मेरी पत्नी राज के ऊपर निढाल पड़ी थी और राज ने उसे अपनी बाहों में भर लिया था।
थोड़ी देर बाद मेरी पत्नी उठी और वॉशरूम में चली गई।
तभी मैंने राज से पूछा भाई यह चमत्कार कैसे हुआ।
राज पूरी कहानी बताने लगा:
भाई, जैसा कि मैंने तुम्हें पहले ही बताया है कि जब कोई पत्नी एक बार अपनी चूत में पराया लौड़ा ले लेती है, तो बार-बार उसे लेने के लिए तड़पती है।
मैंने रश्मि की उसी तड़प का फायदा उठाया।
जब मैं रश्मि के ऊपर से उतरा उसके बगल में सोने लगा।
तब रश्मि उठी और उसने अलमारी से एक रेड नाइटी निकाली और पहन कर मेरे बगल में सो गई।
नाइटी के अंदर उसने ब्रा पैंटी कुछ भी नहीं पहना था।
उसके गोरे बदन पर लाल नाइटी देख मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।
मैं तो पूरा नंगा पड़ा था।
रश्मि मेरी तरफ पीठ कर के सो रही थी.
तभी मैंने अपना एक टांग उसके ऊपर चढ़ा दिया।
उसकी कोई प्रतिक्रिया ना देखते हुए फिर मैंने अपना लंड पीछे से उसके गांड में सटा दिया।
वह फिर भी शांत थी।
उसके बाद मेरी हिम्मत बढी और मैंने उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लिया।
रश्मि थोड़ा सा कसमसाई लेकिन वह और भी आराम से मेरी बाहों में समा गई।
अब मैंने उसके गोरे गालों से उसके बालों को हटाया और उसे चूमने लगा।
तब रश्मि अपने आप को मुझ से छुड़ाने लगी।
लेकिन मैंने उसे बहुत ही जोर से अपने बाहों में जकड़ा हुआ था।
जब वह अपने आप को मुझे छुड़ा नहीं पाई तो वह खुद ही शांत हो गई।
उसके बाद फिर मैं अपने एक हाथ उसके मम्मे नाइटी के ऊपर से ही मसलने लगा और दूसरे हाथ से उसके नाइटी को कमर से ऊपर उठकर उसकी चूत में अपनी उंगलियों से रगड़ने लगा।
फिर क्या था … रश्मि गर्म-गर्म सांस छोड़ने लगी और आहें भरने लगी।
तभी मैं समझ गया था कि अब रश्मि का भी मन मुझे दोबारा चुदवाने का है।
पहले तो मैंने अपनी उंगलियों से उसकी चूत की चुदाई की।
फिर जब वह बहुत कामुक हो गई तब मैंने उसे अपने लौड़े पर बैठा लिया।
इस दौरान रश्मि ने मुझसे एक आध बार कहा भी कि मैं उसे दोबारा ना चोदूं।
लेकिन उसके मुंह से निकलने वाली कामुक आवाजों से मैं समझ गया था कि यह उसकी झूठी और बनावटी मिन्नत है। अंदर से वह भी मुझ से चुदवाना चाहती है, X सेक्स का मजा लेना चाहती है।
फिर क्या था मैंने उसके नाइटी और ऊपर उठाई और उसके गोरे और आम जैसे मम्मों को चूसने लगा।
रश्मि- प्लीज राज, अब बस भी करो, अनीश आ जायेंगे।
मैं- भाभी जी, इस समय तो अनीश हॉल में सो रहे हैं और वे अपनी मर्जी से हम दोनों को इस कमरे में अकेला छोड़ कर गए हैं। मतलब वे भी चाहते हैं कि आप मुझसे आज रात भर चुदवाती रहो। और आपके भी इच्छा मुझसे एक बार और चुदवाने की है। इसलिए बिना शर्माए इस रात का भरपूर मजा लो और मेरे लंड को एक बार फिर अपनी चूत में जाने दो।
रश्मि- देखिए, मैंने पहले ही कहा था कि मैं बस एक ही बार पराया मर्द से चुदवाऊंगी। अब मुझे छोड़ दीजिए प्लीज।
मैं- मैं तुम्हारे जिस्म का दीवाना हूं रश्मि क्यों अपने दीवाने को तड़पाती हो जानेमन। इस वक्त इस कमरे में हम दोनों अकेले हैं। एक बार तो मुझ से चुदवा चुकी हो। अगर दोबारा भी चुदवा लोगी तो किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।
रश्मि- लेकिन अगर मेरे पति ने देख लिया तो वे क्या सोचेंगे। मैंने बस एक बार चुदवाने को बोला था। मुझे दोबारा चुदवाते देखेंगे तो मुझे बदचलन समझेंगे।
मैं रश्मि के बूब्स मसलते हुए– कोई बात नहीं डारलिंग, हम धीरे-धीरे चुदाई करेंगे। अनीश तक आवाज नहीं पहुंचेगी। अब आ जाओ मेरी रानी मेरे लंड के ऊपर आओ।
रश्मि- नहीं राज, जाने दो … छोड़ दो मुझे!
राज- तुम इतनी हसीन हो कि तुम्हें कैसे जाने दूं। आओ इस रात को रंगीन बनाते हैं।
और ऐसा कहते हुए मैंने रश्मि को अपने लौड़े के ऊपर चढ़ा लिया और फिर तुम्हारी बीवी ना ना करते हुए आखिर कर दुबारा चुदने के लिए मान ही गई।
फिर वह मुझे धीरे चोदने को बोलकर खूब मजा ले लेकर मुझसे चुदवाने लगी।
उसके बाद वही हुआ जो तुमने देखा।
उसके बाद तुरंत रश्मि की वॉशरूम से बाहर आई और मैं (अनीश)सोने का नाटक करने लगा।
रश्मि राज के पास आई और हम दोनों को बेड पर एक साथ सोते देख वह थोड़ा सोचने लगी।
तभी राज ने कहा- ज्यादा सोचो मत, आओ मेरे बगल में सो जाओ।
रश्मि- नहीं, मैं अपने पति के पास सोऊंगी।
राज- अरे भाभी जी, आपके पति तो चैन की नींद सो रहे है। उन्हें क्यों डिस्टर्ब करती हो।
और ऐसा कहते हुए राज ने रश्मि का हाथ पकड़ कर उसे अपनी बाहों में खींच लिया और उसे अपने साथ पलंग पर सुला लिया।
फिर तुरंत अपनी एक टांग उसकी टांग पर चढ़कर उसके ऊपर चढ़ भी गया।
तब मुझे किस करने की आवाज आने लगी, मैं समझ गया कि राज इस वक्त मेरी पत्नी को किस कर रहा है।
मैंने थोड़ा सा अपना सर उठा कर देखा तो राज मेरी पत्नी के बूब्स के साथ खेल भी रहा था।
लेकिन मेरी पत्नी राज की इन हरकतों से बिल्कुल खुश थी।
फिर राज ने रश्मि के गर्दन पर अपना सर रखा और फिर दोनों सोने लगे।
मैं भी सो गया।
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